
इस आलेख में आपको क्या जानने को मिलेगा ?
• दृश्यम 2 का रिव्यू
• क्या दूसरे पार्ट में भी दर्शकों को मिलेगा पहले जैसा रोमांच?
• कैसे बचाएगा इस बार विजय अपने परिवार को?
• कैसी है दृश्यम-2 की कहानी?
पहले दिन का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन क्या होगा?
निर्देशक-अभिषेक पाठक
कलाकार-अजय देवगन, तब्बू,अक्षय खन्ना, श्रिया सरन, इशिता दत्ता, सौरव शुक्ला, रजत कपूर, नेहाजोशी, मृणाल आदि
अवधि -2 घंटे 20 मिनट
जॉर्नर-सस्पेंस-एक्शन-ड्रामा
रेटिंग-साढ़े तीन स्टार
कहानी
दोस्तों इस आर्टिकल में हम रिव्यु करेंगे फिल्म दृश्यम २, जैसे आप सब जानते है ये फिल्म सीक्वल है दृश्यम का जो एक सस्पेंस ड्रामा थी।दृश्यम २स्टार्ट होती है जहा दृश्यम ख़तम हुए थी ७ साल पाहिले। फिल्म में अजय देवगन (विजय सालगाओंकर ) अपनी पत्नी नंदिनी ( श्रेया शरण ) और उनकी दो बेटियों के साथ रहते है। जैसे के दृश्यम में दिखाया था कैसे तब्बू के बेटी की हत्या होती है। साथ साल बाद केस वपिस से ओपन होती हैजिसे इंवेस्टिगेटिंग अफसर तरुण एहलावत( अक्षय खन्ना ) चार्ज लेते है। अबतक विजय सालगाओंकर और फॅमिली ये टेंशन में जी रहे होते है की एकना एक उनका सच सामने आएग। साथ साल बाद वही होता है जिसका उन्हें दर था। एक गवाह की वजह से तब्बू के बेटे का कंकाल मिल जाता है।इस तरह से केस कोर्ट तक पोहचता है। क्या इस बार भी विजय सालगाओंकर बच जाते है या पकते जाते ये पूरा ड्रामा एक फिल्म के देखने को मिलता है।
पटकथा :
ये फिल्म मल्यालम फिल्म के रीमेक है जिसे लेखा है जीतू जोसफ ने जो की बहोत ही एंगेजिंग है। हिंदी फिल्म की कहानी एडाप्ट की है अमिन कियाल खान और अभिषेक पाठक जो इस फिल्म के डायरेक्टर भी है। इस फिल्म का स्क्रीन प्ले थोड़ा स्लो है पहले कुछ घंटे पर इंटरवल से पाहिले वापिस तेज होता है जो दर्शकोंको व्यस्त रखता है। पर इंटरवल के बाद भी फिल्म थोड़ी स्लो होती है पर आखिरी के २५ मिनट में एक ऐसा मोड़ आता है जिसेदेख कर लोग चौक जाते है ओर तलिये ओर सिट्टेया भी बजाते है। आखिरी के २५ मिनट दर्शक सोच में पड जाते है अब क्या होगा। फिल्म भले ही स्लो है पर दर्शकोंको कही भटकने नहीं देती जैसे दृश्यम में देखने को मिला था। लास्ट के २५ मिनट पाहिले हाफ में आपको जो डाउट ओर निराशा देती है उसको जबाब आपको मिल जाता है। क्यूंकि लास्ट के २० से २५ मिनट बहोत ही इंटरेस्टिंग ओर मजेदार है। इस फिल्म के सवांद बहोत ही अच्छे हो।
अभिनय प्रदर्शन
इस फिल्म में सभी ने अपना काम पूरी ईमानदारी से निभाया है जैसे के खास कर अजय देवगन, इनकी जितनी तारीफ की जाये उतनी कम होगी।
अक्षय खन्ना अपनी एक छाप छोड़ देती है अपने एक्टिंग से , वैसे तब्बू का रोले कम है पर हमेशा के तरह अपना काम आछा किया है , श्रेया शरण भीकम आछा किया है पर ओर स्कोप था उनको साबित करने का। कमलेश सावंत ने भी काम बहोत ही बढ़िया तरीके से किया है। रजत कपूर ने भी बहोतही अच्छा काम किया है। नेहा जोशी ओर निशांत सिंह जो पड़ोसी है विजय सालगाओंकर के दोनों ने बढ़िया काम किया है। सौरभ शुक्ला जीनों नेमुराद अली का रोले किया है बहोत ही बढ़िया काम किया लास्ट के २५ मिनट में।
डायरेक्शन के मामले में अभिषेक पाठक का काम पाहिले हाफ में ठीक ठाक है पर सेकंड हाफ में स्क्रीन प्ले की तरह डायरेक्शन भी कमाल का बनताहै।
खास कर लास्ट का ड्रामा बहोत ही अच्छी तरह से वर्णन किया है जो की पूरी फिल्म दर्शकों को पसंद आती है।
देवी प्रसाद का पार्श्व संगीत अच्छा है, सुधीर कुमार चौधरी की सिनेमोटोग्राफी काफी बढ़िया है, अमिन खातिम के एक्शन सीन्स भी अच्छे है, प्रोडक्शनडीजाइन आछा है । संदीप फ्रांसिस के एडिटिंग कमल की है।
निष्कर्ष :
फिल्म का पहिला हाफ कमजोर रहने के बावजूद फिल्म दर्शकों को बहोत पसंद आएगी क्यूंकि इसका लास्ट २५ मिनट का क्लाइमेक्स पुरे फिल्म को हिट बनाता है।दृश्यम २ बॉक्स ऑफिस पर अपनी छाप जरूर छोड़ेगी। पहले दिन इस फिल्म ने १५ करोड़ का ओपनिंग डे का कलेक्शन किया है जो की अच्छी सुरुवात है।